दिल्ली (Delhi). संयुक्त राष्ट्र महासभा ने गुरुवार को धार्मिक स्थलों के लिए शांति और सहिष्णुता की संस्कृति को बढ़ावा देने को लेकर एक प्रस्ताव को सहमति दी गई. UN में मानवाधिकार के सम्मान के साथ सभी धर्मों और मान्यताओं को विविधता के आधार पर शांति और सहिष्णुता को बढ़ावा देने का आह्वान किया गया. इस दौरान भारतीय राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने खैबर पख्तूनख्वा में मंदिर तोड़े जाने को लेकर पाक को लताड़ लगाई.
उन्होंने कहा, ‘इस प्रस्ताव का इस्तेमाल पाकिस्तान जैसे देश छिपने या गुमराह करने के लिए नहीं कर सकते हैं. इस प्रस्ताव से शांति की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान जुड़ा हुआ है. इसके बावजूद भीड़ ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक ऐतिहासिक मंदिर में तोड़फोड़ की और पाकिस्तानी सरकार ने इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने कहा कि जिस देश में लगातार अल्पसंख्यकों के अधिकारों का हनन होता है. भीड़ एक मंदिर पर हमला कर देती है और सरकार महज़ मूकदर्शक बन कर देखती है. उसका ऐसे किसी प्रसाताव से जुड़े रहना एक बहुत बड़ी विडंबना है.
बता दें कि दिसंबर 2020 में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के करक शहर में एक हिंदू मंदिर पर भीड़ ने हमला कर दिया था. जिस पर पाकिस्तान सरकार की ओर से किसी भी तरह कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस दौरान कानूनी एजेंसियां मूकदर्शक बनी रहीं.