दिल्ली: किसान नेता सुखदेव सिंह के गिरफ्तार होने बाद सामने आया कि ट्रेक्टर रैली पर हुई लाल किले में हिंसा को सुखदेव ही लीड कर रहा था, और जुगराज को लाल किले पर झंडा फहराने के लिए भी इसी ने कहा था. लाल किले में हुई हिंसा और तोड़फोड़ सुखदेव के कहने पर की गयी थी. दीप सिंधु और जुगराज से सुखदेव की मुलाकात लाल किले पर ही हुई थी, जुगराज एक सवेदार है जो गुरुद्वारों में झंडा फहराने के लिए पोल पर चढ़ता है. इसीलिए सुखदेव ने उसे लाल किले पर झंडा फहराने को बोला था.
क्राइम ब्रांच के एक अदिकारी ने बताया कि लाल किले पर हुई हिंसा के बाद सुखदेव सिंह सिंघु बॉर्डर के धरनास्थल पर छिपा हुआ था. सुखदेव को पुलिस ने सिंघु बॉर्डर से नई बल्कि चंडीगढ़ से पकड़ा था, पुलिस के मुताबिक उसके चक्का जाम में भी हिस्सा लिया था. जब वो हरयाणा सरकार खिलाफ पानी और इंटरनेट की सुविधा बंद करने को लेकर चंडीगढ़ हाइ कोर्ट जा रहा था तभी दिल्ली पुलिस ने उसे औद्योगिक क्षेत्र, सेक्टर तीन चंडीगढ़ में उसे पकड़ लिया. दिल्ली पुलिस ने इसकी सूचना लिखित में औद्योगिक एरिया थान में दे दी है. सुखदेव सिंह ने पूछताछ में बताया की उसी ने लाल किले पर भीड़ को लीड किया था और तोड़फोड़ करने के लिए उकसाया था, उसका मन्ना था कि अगर वह तोड़फोड़ नहीं करेंगे तो सरकार कैसे झुकेगी.
यहां भी पढ़े: 26 जनवरी हिंसा: अब किसान नेता भी जांच में शामिल होने के लिए तैयार
ISC ने किया था सुखदेव को गिरफ्तार
चाणक्यपुरी स्तिथ अपराध शाखा की इंटरनेट सेल में पोस्टेड इंस्पेक्टर नीरज चौधरी की टीम ने सुखदेव सिंह को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया है. बता दे कि लाल किले में हुई हिंसा की जांच कोतवाली में स्तिथ इंस्पेक्टर पंकज अरोड़ा की टीम कर रही थी. ISC ने सुखदेव सिंह को रविवार को ही इंस्पेक्टर पंकज अरोड़ा की टीम को सौंप दिया था.