दिल्ली: बंगाल में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग विशेष तौर पर ध्यान दे रहा है, इसीलिए चुनाव आयोग यहां भारी सुरक्षा की तैयारी भी कर रहा है. बंगाल चुनाव के दौरान हिंसा को ध्यान में रखते हुए चप्पे-चप्पे पर अर्धसैनिक बलों की सुरक्षा रहेगी. बंगाल में 8 चरणों के चुनाव के दौरान 820 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात होंगी. सूत्रों के अनुसार पांच राज्यों में चुनाव होने हैं, जिनमें बंगाल में सबसे ज्यादा अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात की जा रही है.
बंगाल में चुनाव के चलते सुरक्षा का स्तर इस बार राज्य में उच्चतम होगा. पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार 25 फ़ीसदी से भी अधिक सुरक्षाबलों की तैनाती की योजना है. यानी कुल मिलाकर 8 चरणों के चुनाव में 80,000 अर्धसैनिक बल राज्य के हर जिले में मौजूद रहेंगे. बता दें, पहली बार ऐसा हुआ है कि चुनावों की तारीख के ऐलान से पहले ही हर जिले में अर्धसैनिक बलों की अग्रिम तैनाती कर दी गई है. सुरक्षा एजेंसियों ने राज्य में हिंसा और अराजकता को रोकने के लिए यह मास्टर प्लान तैयार किया है.
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पहले चरण में 295 कंपनियां होंगी तैनात
सूत्रों के अनुसार चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था की स्थिति खराब न हो, इसलिए चुनाव के हर एक चरण में अर्धसैनिक बलों और राज्य की पुलिस की कंपनियों को रोटेशन के आधार पर चुनाव संपन्न कराने के लिए भेजा जाएगा. बंगाल में पहले चरण के चुनाव को लेकर अंतिम रूप दे दिया गया है। 295 सीएपीएफ(CAPF) की कंपनियों की बंगाल के अलग-अलग इलाकों में तैनाती होगी. बंगाल में पहले ही कुल 125 पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनियों को तैनात किया जा चुका है. आठ मार्च तक और 170 कंपनियों को भेजा जाएगा.यानी कुल 295 पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनियों को बंगाल के पहले चरण के चुनाव में तैनात किया जा रहा है.