दिल्ली (Delhi). कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी गुरूवार को ट्रैक्टर परेड में जान गंवाने वाले किसान नवरीत सिंह के परिजनों से मिलने पहुंची. प्रियंका यहां नवरीत सिंह की अंतिम अरदास में शामिल हुईं. इस दौरान प्रियंका ने कहा कि ये तीन काले कानून सरकार को वापस लेने चाहिए. यह सरकार किसानों पर बहुत जुल्म कर रही है. लेकिन किसानों पर इससे भी बड़ा जुल्म तब होता है, जब ये शहीदों को आतंकवादी कहते हैं. जब ये किसानों के आंदोलन को अपने लिए एक राजनीतिक साजिश की तरह से देखते हैं. ये बहुत बड़ा जुल्म है.
आपके पोते की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी:
इस दौरान प्रियंक गांधी ने नवरीत के परिजनों से मुखातिब होते हुए कहा, ‘मैं हरदीप सिंह जी से यह कहना चाहती हूं कि आपके पोते की शहादत हम व्यर्थ नहीं जाने देंगें. इस आदोंलन को तब तक जारी रखा जाएगा, जब तक कि ये तीनों काले कानून वापस नहीं लिए जाएंगे’. उन्होंने कहा, ‘नवरीत सिंह 25 साल के थे, मेरा बेटा 20 साल का है. आपके भी नौजवान बेटे हैं, वह उत्साह दिखाने किसानों के साथ खड़े होने के लिए वहां चले गए, उनके साथ ऐसा हादसा हुआ कि वापस नहीं आए.’
बता दें कि गणतंत्र दिवस को दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान नवरीत सिंह की मौत हो गई थी. घटना के बाद कांग्रेस सहित नवरीत के परिजनों ने आरोप लगाया था कि नवरीत की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है. हालांकि दिल्ली पुलिस ने उनके दावे को खारिज करते हुए एक वीडियो जारी कर यह कहा कि नवरीत की मौत ट्रैक्टर पलटने से हुई है. वहीं पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी गोली लगने की बात नही हैं.