दिल्ली (Delhi). प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने किसान आंदोलन, कृषि कानून और प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना समेत कई मुद्दों पर चर्चा की. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने FDI के नए फुलफार्म के बारे में बयाता. साथ ही देश की जनता को इससे बच कर रहने की भी सलाह दी.
FDI- फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलॉजी:
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान किसान आंदोलन के बारे में विदेशी हस्तिओं के ट्वीट की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘आप लोगों ने FDI के बारे में तो सुना होगा, फॉरेन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट. एक नया FDI इस बीच हमारे सामने आया है और इसका मतलब है फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलॉजी. देश को इस FDI से जरूर बचना होगा.’ उन्होंने कहा कि, ‘हमने बुद्धिजीवी सुना था, लेकिन कुछ लोग आंदोलनजीवी हो गए हैं. ये आंदोलनजीवी लोग खुद आंदोलन नहीं चला सकते हैं लेकिन किसी का आंदोलन चल रहा हो, तो वहां पहुंच जाते हैं. ये आंदोलनजीवी ही परजीवी हैं. जो हर जगह मिलते हैं. देश में कुछ भी हो वो वहां पहुंच जाते हैं. कभी पर्दे के पीछे और कभी फ्रंट पर, ऐसे लोगों को पहचानकर हमें इनसे बचना होगा.’
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सिख पर गर्व करता है देश- प्रधानमंत्री मोदी:
इस दौरान प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि ‘कुछ लोग हैं जो भारत को अस्थिर करना चाहते हैं, ऐसे में हमें सतर्क रहना चाहिए. पंजाब का बंटवारा हुआ, 1984 के दंगे हुए, कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट में भी ऐसा ही हुआ. इससे देश को बहुत नुकसान हुआ है. पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग सिख भाइयों के दिमाग में गलत चीजें भरने में लगे हैं, ये देश हर सिख पर गर्व करता है. उन्होंने देश के लिए क्या कुछ नहीं किया. उनका जितना हम आदर करें, वो कम होगा. जो लोग उनको गुमराह करने की कोशिश करते हैं, उससे देश का कभी भला नहीं होगा.’