दिल्ली (एएनआई): दिल्ली में नए संसद भवन के निर्माण के लिए बुधवार को वहाँ पर लगी महात्मा गाँधी जी की प्रतिमा को एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया. अभी तक तक ये प्रतिमा संसद के गेट नंबर 1 के पास लगी थी, लेकिन अब इसे गेट नंबर 3 के पास शिफ्ट कर दिया गया है. मकर संक्रांति के बाद से नए संसद भवन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. केंद्रीय लोकनिर्माण विभाग ने टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड से 15 जनवरी से नए संसद भवन का निर्माण कार्य शुरू करने का आदेश दिया था.
नए संसद भवन का आकार त्रिकोणीय फॉर्म में बनाया जाएगा. ऐसा मानना है कि इसका निर्माण 2022 में आजादी के 75वीं वर्षगाँठ तक पूरा हो सकता है. भारत सरकार ने 2022 में संसद के मानसून सत्र की नए भवन में आयोजित करने के लिए योजना बनाई है. देखा जाए तो प्रधानमंत्री ने पिछले महीने ही केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी थी. नए संसद भवन का निर्माण कार्य पहले शुरू नही हो सका था, क्योंकि इसे लेकर उच्च न्यायलय में याचिकाएं दायर की गयी थी. न्यायलय ने 7 दिसंबर को नए संसद भवन के लिए आधारशिला रखने के लिए अनुमति देदी थी. साथ ही में फैसला आने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू करने का आदेश दिया था.
भारत सरकार ने ये आश्वासन दिया था की न्यालय द्वारा इस मुद्दे पर लंबित याचिकाओं का फैसला करने तक कोई भी निर्माण कार्य शुरू नई होगा. 5 जनवरी को कोर्ट ने इस मुद्दे पर हरी झंडी देदी और हैरिटेज कमिटी से मंजूरी लेने को कहा था. इस हफ्ते की शुरुआत में हैरिटेज पैनल ने सेंट्रल विस्टा परियोजना के अंतर्गत नए संसद भवन के निर्माण को अपनी मंजूरी देदी थी.