दिल्ली: शुक्रवार सुबह से संसद में किसान आंदोलन को लेकर चर्चा जारी है, आज भी संसद में आंदोलन को लेकर हंगामा मचा हुआ है. शुक्रवार सुबह कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आज राज्यसभा में किसान आंदोलन, कृषि कानूनों और उस पर हो रही राजनीती पर टिप्पणी की. उन्होंने संसद में कृषि कानून को लेकर भी सफाई दी.
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसानों को गुमराह किया जा रहा है, कि इन कानूनों को लागू किया गया तो अन्य लोग उनकी जमीन पर कब्ज़ा कर लेंगे. उन्होंने कहा कानून में कहीं भी ऐसा कोई प्रावधान है क्या जहाँ किसी भी व्यापारी को किसान की ज़मीन छीनने की इज़ाज़त दी गयी है, राज्यसभा में कृषि मंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास है कि किसानों की आय दोगुनी हो और सकल घरेलु उत्पाद में कृषि का योगदान तेज़ी से बढे. यह कृषि कानून एक महत्वपूर्ण कदम है.
यहां भी पढ़ें: दिल्ली मेरठ NH 9 और NH 24 की सभी छह लेन बंद, दिल्ली और गाजियाबाद को करना पड़ेगा ट्रैफिक जाम का सामना
सरकार की ओर से दी सफाई
कृषि मंत्री ने कहा कि मैंने यह स्पष्ट किया है, अगर सरकार संशोधन करने के लिए तैयार है, तो इसका यह मतलब नहीं है कि कृषि कानून में कोई समस्या है. एक विशेष राज्य के लोग इसके बारे में गलत सूचना दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है. किसने सोचा होगा कि फलों और सब्जियों को रेल द्वारा ले जाया जाएगा? 100 किसान रेल, जो एक तरह से मोबाइल कोल्ड स्टोरेज हैं, शुरू की गई हैं. वे किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने में मदद कर रहे हैं.