दिल्ली: स्कूलों में छात्राओं को सैनिटरी नैपकिंस तो आसानी से मिल जाती हैं, लेकिन उन्हें नष्ट करना उनके लिए एक बड़ी समस्या है लेकिन अब दिल्ली सरकार ने इस समस्या को ध्यान में रखते हुए कुछ निर्देश जारी किए हैं. दिल्ली सरकार के सारे शिक्षा विभाग के उप शिक्षा निर्देशक मोहिंदर पाल ने दिल्ली सरकार के सरकारी स्कूलों में नैपकिन इंसीनरेटर मशीन लगाने के निर्देश जारी किए हैं.
उप शिक्षा निदेशक मोहिंदर पाल के अनुसार दिल्ली के सरकारी और नगर निगम के 352 स्कूलों में 1102 मशीनें स्कूलों के बाथरूम में लगाई जाएंगी इसके इस्तेमाल करने से इस्तेमाल किए हुए सेनेटरी नैपकिन आसानी से नष्ट हो सकेंगे. इस योजना से छात्राओं को अपनी शारीरिक स्वच्छता के साथ साथ पर्यावरण को स्वच्छ रखने में भी मदद मिलेगी. इन मशीनों को लगाने वाले विनीत गोयल बताते हैं कि कई बार जानकारी के अभाव में छात्राएं इस्तेमाल किए हुए सैनिटरी नैपकिंस को कहीं भी फेंक देती हैं. जिसके कारण कई बार गंदगी फैलना और सीवर जाम जैसी समस्याएं सामने आती हैंइस कारण से वातावरण भी दूषित होता है. उन्होंने बताया कि वे प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान के बाद से इन मशीनों को कम दामों पर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में लगा रहे हैं. ताकि छात्राएं इनका इस्तेमाल कर सकें यह मशीनें सभी स्कूलों में कब 31मार्च से पहले- पहले लगनी है.
जिसके बाद प्रधानाचार्य और एक शिक्षक मिलकर पांचवी से बारहवीं तक की छात्राओं को इस मशीन का इस्तेमाल करना सिखाएंगे इस मशीन में स्मोक कंट्रोल यूनिट भी लगी है, जिससे इस्तेमाल किए हुए पैड जलने के बाद इससे निकलने वाला धुआं पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाएगा इसकी मदद से पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी और इससे छात्राओं की भागीदारी भी सुनिश्चित होगी.