दिल्ली: दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की संख्य़ा बढ़ती जा रही है. इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर को किले में तब्दील कर दिया है. बैरिकेडिंग और नुकीले तारों से बॉर्डर के घेर दिया गया है. जिसके कारण एनएच-24 हाईवे बंद कर दिया गया .
दरअसल दिल्ली के बॉर्डर पर किसान पिछले 2 महीने से ज्यादा समय से कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन चल रहा है. 26 तारीख को दिल्ली के लाल किले में हुई हिंसा के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है. किसान नेता राकेश टिकैत की अपील पर एक फिर गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के जत्थों का जुटना शुरू हो गया. हालत ये है कि एक बार फिर किसानों का मजमा लगना शुरू हो गया और दूर-दूर तक एक बार फिर ट्रैक्टर ट्रॉली ही नजर आ रही है.
किसानों की बढ़ती संख्या देखकर सरकार भी बातचीत के लिए तैयार है. शनिवार को हुई सर्वदलीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भी सभी विपक्ष पार्टी के नेताओं से कहा कि किसान और सरकार के बीच हमेशा बातचीत का रास्ता हमेशा खुला है. भले किसानों और सरकार के बीच बातचीत आम सहमति पर नहीं पहुंचे. दरअसल किसानों की मांग पहले दिन से स्पष्ट है कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस लें लेकिन सरकार किसानों को केवल संशोधन की बात कर रही है, जिसके कारण स्थिति चिंताजनक बनी हुई है.
ये रास्ते किए गए बंद –
गाजीपुर बॉर्डर पर बैरिकेड्स लगा दिए गए, जिससे एनएच-24 पूरी तरह से बंद हो गया है. नोएडा से अक्षरधाम जाने वाले रास्ते के अलावा, दिल्ली से इंदिरापुरम और नोएडा जाने वाले रास्ते बंद कर दिया गया है, इससे आम जनता को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.