दिल्ली पीटीआई:सोमवार को दिल्ली सरकार के एक समारोह में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली ने कोरोना महामारी का चरम रूप देखा लेकिन हाल के वर्षों में हुए बदलाव और अच्छे प्रबंधन के कारण दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त नहीं हुई.
केजरीवाल के अनुसार , महामारी के दौरान कई विकसित देशों जैसे न्यूयॉर्क में भी स्वास्थ्य ढांचा चरमरा गया लेकिन होम आइसोलेशन जैसे उपायों ने दिल्ली की स्थिति को बेहतर बनाया. दिल्ली में होम आइसोलेशन की मदद से 3.12 लाख लोग ठीक हुए. दुनिया का पहला प्लाज्मा बैंक दिल्ली में ही खोला गया था और अभी तक 4,292 लोगों को प्लाज्मा थेरेपी दी जा चुकी है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में राज्स्व की कम वसूली होने के बावजूद, आप सरकार ने कर्मचारियों को वेतन और अपनी प्रमुख योजनाएं जैसे मुफ्त बिजली आपूर्ति योजना को जारी रखा.पिछले बिलिंग चक्र में , 38 लोख लोगों को शून्य बिजली बील मिला जबकि 14 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को पानी की आपूर्ति के लिए शून्य बिल मिले. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार मार्च तक राशन की डोरस्टेप डिलवरी शुरू करेगी, जो राशन वितरण प्रणाली में क्रांति लाएगी.
केजरीवाल ने कहा कि सरकार जल्द स्वास्थ्य कार्ड जारी करने जा रही है, जिसके तहत किसी भी व्यक्ति के सभी स्वास्थ्य रिकॉर्ड संग्रहीत किए जाएंगे. आगे उन्होंने कहा कि सरकारी और निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य सूचना प्रबंधन प्रणाली से जोड़ जाएगा और लोग अस्पतालों में कतार में इंतजार किए बिना डॉक्टरों से परामर्श करने के लिए ऑनलाइन नियुक्ति प्राप्त कर सकेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना नदी की सफाई परियोजना भी समय पर चल रही है.सरकार आने वाले समय में झुग्गी झोपड़ियों में रहने वालों को स्थानांतरित करेगी.