दिल्ली: सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी ने मकर संक्रांति के दिन गोबर का पेंट लांच किया था. कड़ी ग्रामोद्योग के लिए काम करने वाले कुमारप्पा हैंडमेड पेपर इंस्टिट्यूट ने डेढ़ साल की मेहनत के बाद इसे तैयार किया था. खादी भवन के अधिकारी के मुताबिक बाजार में अब इसकी मांग बढ़ रहीं हैं. अभीतक लगभग 70 लोगों को प्रशिक्षित किया जा चूका है, और जयपुर में इसका प्रशिक्षण होना भी शुरू हो गया है.
रिसर्च को बाजार दिलाने के लिए हैंडमेड पेपर इंस्टिट्यूट ने पेंट बनाने का प्रशिक्षण देना भी शुरू कर दिया है. एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बालेश्वर प्रसाद ने बताय कि पहले हमने रिसर्च की और अब प्रशिक्षण देकर आंत्रप्रेन्योर तैयार कर रहे हैं. अभी तक कुल तीन बैच निकल चुके है. दिल्ली, हरयाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात,आंध्र प्रदेश, महारष्ट्र, देश के सभी अलग-अलग हिस्सों से अब तक 70 लोगों को प्रशिक्षित किया गया है. पांच दिन के प्रशिक्षण की फीस 5 हजार रूपए है.
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गोबर पेंट की खूबियां..
बता दें की गोबर पेंट बाकि बाजार में स्तिथ पेंट के मुकाबले काफी सस्ता है, जैसे कि बजार में उपलब्ध नमी कंपनियों के पेंट 450 रूपए लीटर के आसपास हैं, वही दूसरी तरफ गोबर पेंट 215 रूपए लीटर मिल रहा है. जहाँ बाजार में मिल रहे पेंट में एक गंध होती है जो काफी दिन बाद तक बानी रहती है, वही गोबर पेंट गंधहीन है. गोबर पेंट में कोई भी हानिकारक धातु का इस्तेमाल नई किया जाता है. ऐसा दवा किया गया है कि गोबर पेंट में लेड, मरकरी, कैडमियम जैसी हानिकारक धातुओं का प्रयोग नहीं किया जाता है.