दिल्ली: (Delhi) दिल्ली की सड़कों पर हुई हिंसा की देशभर में आलोचना हो रही है. किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा में दिल्ली पुलिस को भी निशाना बनाया गया. वहीं सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो सामने आए, जिसमें लाला किले पर फहराए गए राष्ट्रीय तिरंगे के बगल में खाली पड़े पोल में कुछ युवकों ने पीले रंग के ध्वज को फहरा दिया था. इसके बाद कपिल मिश्रा ने भी दिल्ली में तिरंगा फहराने का एलान कर दिया है.
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि तिरंगे का अपमान अब स्वीकार नहीं पुलिसवालों पर हमला अब बर्दाश्त नहीं. “तिरंगा हमारा सम्मान, पुलिस हमारा अभिमान”. तिरंगा मार्च- National Flag March. 30 जनवरी, शनिवार शाम 5 बजे. सेन्ट्रल पार्क कनॉट प्लेस. आप सभी जरुर आइए, हाथों में तिरंगा लेकर. उन्होंने लोगों को तिरंगा लेकर आने का निमंत्रण दिया है.
वहीं मंगलवार को दीप सिद्धू ने सफाई में कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज नहीं हटाया बल्कि ‘निशान साहिब’ को लगाया था. ‘निशान साहिब’ धर्म का प्रतीक है व इस झंड़े को सभी गुरुद्वार परिसरों में लगाया जाता है. सिद्धू ने फेसबुक पोस्ट के जरिए दावा किया कि वह कोई योजनाबद्ध कदम नहीं था. उन्हें कोई सांप्रदायिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए जैसा कट्ट्रपंथियों की ओर से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोध दर्ज कराने के लिए हमेन निशान साहिब व किसान झंडा लगाया. साथ ही किसान मजदूर एकता का नारा भी लगाया.