दिल्ली: लद्दाक में लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर कई महीनों से तनाव बना हुआ है, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि धीरे- धीरे सब कुछ ठीक होने जा रहा है. चीन के रक्षामंत्रालय ने दवा किया है कि 9वें दौर की बैठक में बानी सहमति को देखते हुए पैंगोंग त्सो झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे से भारत और चीन दोनों अपनी सेनाओं को पीछे हटाना शुरू कर दिया हैं. बता दें की भारतीय सेना की तरफ से अभी कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया हैं. चीन की पुराणी कई आदतों को देखते हुए भारत कोई भी मौका देना नई छह रहा है.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि इस बात में कोई संकेत नहीं है, की दोनों ही देश एक दुसरे के छोड़े गए इलाकों पर कब्ज़ा कर माइंड गेम को फिर से बढ़ाएंगे। चीन को ये दर भी है कि भारत अपनी वन चाइना नीति की अपनी मंजूरी को वापस न ले ले. इस नीति के अंतर्गत चीन होन्ग-कॉन्ग, ताइवान और तिब्बत को अपना अभिन्न हिस्सा बताता है. दुनिभर के कई देशों के साथ यह चीन के राजनयिक संभंधो का आधार भी है.
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चीन की इस नीति का भारत ने खुले तौर पर चीन का समर्थन किया है. इस नीति को मान्यता देने वक भारत पहला देश था. बता दें की ताइवान इस समय सीधे तौर पर भारत के साथ व्यापर और राजनयिक संभंद स्थापित करने की कोशिश कर रहा है. चीन की चिंता बढ़ने का कारण मोदी सरकार की ताइवान के साथ संभंधो में बढ़ती नरमी है. इस समय चीन दुनिभर में ताइवान, होन्ग- कॉन्ग और तिब्बत की वजह से आलोचना का सामना कर रहा है.