दिल्ली: सितंबर 2020 में हाथरस में एक 19 साल की लड़की के साथ उसके पड़ोस में रहने वाले चार लड़कों ने सामूहिक दुष्कर्म किया और इलाज के दौरान उस लड़की की मौत हो गई. उत्तरप्रदेश पुलिस ने लड़की के माता-पिता की जानकारी के बिना उसके शरीर को जला दिया फिर यह घटना जंगल में आग की तरह फैल गई. इस घटना के आरोपी लवकुश, रामू, संदीप और रवि फिलहाल जेल में हैं.
8 जनवरी 2021 को चारों आरोपियों के वकील मुन्ना सिंह पुंडीर ने हाथरस जिला न्यायलय में चारों आरोपियों में से एक मनु की जमानत के लिए याचिक दायर की थी लेकिन उनकी अपील खारिज कर दी गई थी. फिर मुन्ना सिंह ने चारों की जमानत के लिए 29 जनवरी को याचिका की लेकिन ये अपील भी 10 फरवरी को खारिज कर दी गई. हालांकि इस घटना का जिक्र यहां पर करने के पीछे कारण मुन्ना सिंह की आपत्तिजनक टिप्पणी है. मुन्ना सिंह ने कोर्ट में जो दलील दी और न्यूजलॉन्ड्री को दिए इंटरव्यू में कहा कि रामू और रवि संदीप के चाचा हैं और हमारे भारतीय संस्कृति में, एक भतीजा क्या अपने चाचा के सामने किसी का रेप करेगा ? वो भी दिन के वक्त में जब सबकुछ दिख रहा हो. हमारी संस्कृति में एक पुरूष किसी के सामने औरत का बलात्कार नहीं किया करते. ये हमारी संस्कृति के खिलाफ है.
आगे उन्होंने कहा कि चार लड़कों में से एक का नाम लवकुश है. उसकी मां पीड़िता को पानी पिलाते हुए देखी गयी थी. क्या एक बेटा अपनी मां के सामने बलात्कार कर सकता है.मुन्ना सिंह पुंडीर ने आखिर किन तर्कों के आधर पर ये दलील दे रहे थे, ये सोचने वाली बात है.