दिल्ली: (Delhi) देश को आज़ादी मिलने के बाद 7 हत्याओं की आरोपी शबनम नाम की महिला को फांसी दी जाएगी. सुप्रीम कोर्ट के बाद राष्ट्रपति की तरफ से दया याचिका खारिज हो चुकी है. प्रेमी के प्यार में पागल महिला ने अपने मां-बाप और भाई बहनों सहित सात लोगों को बेरहमी से मौत घाट उतार दिया था. इस मर्डर के पीछे की वजह ये थी कि शबनम के परिजनों को प्रेमी के साथ उसकी शादी कराना मंजूर नहीं था. इसी वजह से शबनम और उसके प्रेमी ने रिश्तों को अपने रास्ते से हटाने के लिए खूनी साजिश को अंजाम दिया था.
दरअसल उत्तर प्रदेश के अमरोहा के बावनखेड़ी गांव में टीचर शौकत अली पत्नी हाशमी, बेटा अनीस, राशिद, बहू और बेटी शबनम के साथ रहते थे. पिता ने अपनी बेटी को पढ़ाया, लिखाया और उसे काबिल बनाया. इसी बीच शबनम को शबनम को गांव के 8वीं पास युवक सलीम से प्यार हो गया और वो दोनों शादी करना चाहते थे. वो दोनों अलग-अलग जाति के मुस्लिम थे, इसी वजह से शबनम के घरवाले इस शादी के लिए तैयार नहीं थे. शबनम सैफी थीं तो वहीं सलीम पठान बिरादरी से ताल्लुक रखता था.
शबनम परिवार की मंजूरी के विरुद्ध जाकर अपने प्रेमी को घर बुलाने लगी. इस बात का उसके परिजन विरोध करते लगे थे. प्रेमी से मिलने में उसे कोई मुश्किल न आए तो इसके लिए वह अपने घरवालों को नींद की गोलियां देने लगी. अपने प्रेमी से मिलने के लिए शबनम ने 14 अप्रैल 2008 को भी परिजनों को नींद की गोलियां दी थी. इस दौरान उसने प्रेमी से उनकी शादी में बाधा बन रहे परिवारवालों की शिकायत की और उन्हें रास्ते से हटाने की रणनीति बनाई. नशे की हालत में सो रहे 7 परिजनों, जिनमें उसके मां-बाप, भाई-बहन शामिल थे. उन्होंने एक-एक करके परिवार के सदस्यों को कुल्हाड़ी से काट दिया.
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इस घटना को अंजाम देने के बाद शबनम घर में ही रही जबकि सलीम मौके से फरार हो गया. नाटक करते हुए शबनम ने गांववालों को बदमाशों द्वारा परिवार की हत्या करने की मनगढ़ंत कहानी सुनाई. उस घर के कमरों और बिस्तर पर खून ही खून फैला हुआ था और सात शव पड़े हुए थे. पुलिस को जांच में शबनम पर शक हुआ और मोबाइल रिकॉर्डिंग के जरिए शबनम की खूनी प्लानिंग की पोल खुल गई. पुलिस की सख्त पूछताछ में आरोपी शबनम ने इस वारदात को अंजाम देने की साजिश के बारे में खुलासा किया था.