दिल्ली : अमेरिका चीन की वन चाइना पॉलिसी को रद्द करने की तैयारी में है. अमेरिकी संसद में ‘वन चाइना पॉलिसी’ को रद्द करने के लिए बिल पेश किया गया है. रिपब्लिकन पार्टी के दो सांसदों ने ये बिल पेश करते हुए मांग की है कि अमेरिका को ताइवन के साथ कूटनीतिक संबंधों को शुरू करना चाहिए. अमेरिका ने 1979 में ताइवन की मान्यता को खत्म करते हुए चीन की कम्युनिस्ट सरकार को मान्यता दी थी. तब से अमेरिका आधिकारिक तौर पर ताइवान को चीन का हिस्सा मानता है लेकिन अब रिपब्लिकन सांसद टॉम टिफिनी और स्कॉट पेरी ने ताइवान को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता देने के लिए आवाज उठाई है.
हालांकि चीन अमेरिका के इस कदम को आंतरिक मामलों में दखल करार देता आया है और ताइवान को स्वतंत्र देश के रूप से मानने से इंकार करता रहा है लेकिन अब अमेरिका ताइवान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देना चाहता है. इसकी शुरूआत जो बाइडेन के शपथ समारोह से ही हो गई थी . जब ताइवान को एक अलग देश के रूप में समारोह में आमंत्रित किया गया था.
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हालांकि अभी सिर्फ कुछ ही देश हैं जो ताइवान को अलग देश के रूप में मान्यता देते है जबकि ज्यादातर देश वन चाइना पॉलिसी के तहत ताइवान को चीन का हिस्सा मानते है और ताइवान ने भी स्वयं को एक स्वतंत्र देश के रूप में कभी नहीं दर्शाया है. अभी तक अमेरिका ताइवान को राजनयिक और सैन्य सुरक्षा देता रहा है.अमेरिकी संसद में इस तरह का बिल आना चीन के लिए बड़ा झटका है.