- मंगलसूत्र के एड में न्यूडिटी को बढ़ावा देने के लग रहे आरोप
- गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की चेतावनी के बाद सब्यसाची मुखर्जी ने हटाया विज्ञापन
भोपाल। मशहूर फैशन और आभूषण डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी (Sabyasachi Mukherjee) ने मंगलसूत्र का विज्ञापन वापस ले लिया। सब्यसाची मुखर्जी ने विज्ञापन को वापिस लेने के बाद माफ़ी मांगते हुए कहा कि इस विज्ञापन से समाज के एक वर्ग को गहरी पीड़ा पहुंची है जिसका उन्हें ‘गहरा दुख’’ है।
दरअसल सब्यसाची के विवादित विज्ञापन के बाद मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने सब्यसाची को मंगलसूत्र के ‘आपत्तिजनक एवं अश्लील’ विज्ञापन को हटाने के लिए रविवार को 24 घंटे का ‘अल्टीमेटम’ दिया था। जिसके बाद सब्यसाची ने विज्ञापन वापिस ले लिया है।
गृहमंत्री ने कहा कि कोई हिंदू त्योहार आते ही क्रिएटिविटी क्यों दिखने लगता है। संगठनों का कहना है कि ये विज्ञापन हिंदू रीति-रिवाज और भावनाओं पर हमला है। हिंदू शादी जैसे पवित्र रिश्ते को ये कंपनियां बदनाम कर रही हैं। हिंदू धर्म के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे कृत्य को हम सब्यसाची और डाबर कंपनी की पहली बार की भूल मान रहे हैं। अगर आगे दोबारा ऐसा हुआ तो चेतावनी नहीं, सीधे कार्रवाई की जाएगी।
इस विज्ञापन के बाद भाजपा नेत्रियों ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का धन्यवाद किया। मध्यप्रदेश की भाजपा प्रवक्ता नह बग्गा ने कहा कि गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने इस अश्लील विज्ञापन पर संज्ञान लिया, जिसके बाद इसको वापिस लिया गया।
क्या था विज्ञापन में जिस कारण हुआ विवाद
सब्यसाची के एक एड में फीमेल मॉडल को जहां सिर्फ ब्रा पहनकर दिखाया गया, वहीं मेल मॉडल पूरी तरह टॉपलेस है। इसी तरह दूसरे एड में भी फीमेल मॉडल ब्लैक कलर की डीप नेक ड्रेस पहनकर नजर आ रही है और मेल मॉडल टॉपलेस है। सब्यसाची ने इस एड को शेयर करते हुए लिखा, ‘एक रॉयल बंगाल मंगलसूत्र 1.2- बंगाल टाइगर आइकन VVS हीरे, काले गोमेद और काले तामचीनी के साथ 18 कैरेट सोने में हार।’