भोपाल। देश विदेश में धूम धाम के साथ गणेश उत्सव मनाया जाता है। हर व्यक्ति हर्षोल्लाष के साथ श्री गणेश की सेवा करते हैं, पर अब बप्पा की विदाई का समय आ चूका है। 10 दिन बाद यानि अनंत चतुर्दशी को गणेश उत्सव का समापन होता हैं। उस दिन विधि विधान से गणेश विसर्जन किया जाता हैं। जिस तरह विधि पूर्वक गणेश जी की स्थपना करते है, उसी प्रकार श्री गणेश की विदाई भी विधि विधान से करना चाहिए।
धुमधाम में अकसर व्यक्ति इसे नजर अंदाज कर देते हैं, जो करना अशुभ हो सकता हैं, इसलिए गणेश विसर्जन के दौरान कुछ ख़ास बातो का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं विसर्जन के शुभ मुहूर्त और खास नियम

विसर्जन के खास नियम, जानिए विसर्जन के शुभ मुहूर्त
चतुर्दशी तिथि 19 सितम्बर को 05.59 मिनिट से प्रारंम्भ होकर 20 सितम्बर 2021 को 05.28 मिनिट तक रहेगी।
शुभ मुहूर्त
सुबह 07.40 मिनिट से दोपहर 12.15 मिनिट तक।
दोपहर 01.46 मिनिट से 02.15 मिनिट तक।
शाम 06.21 मिनिट से 10.46 मिनिट तक।
रात्रि 01.43 मिनिट से 03.12 मिनिट तक।
विसर्जन के समय रखें विशेष बातो का ध्यान
- सबसे पहले नित्य की तरह गणेश जी की पूजा विधि विधान से करके विदा लेने की प्रार्थना करें।
- घर से गणेश जी की प्रतिमा ले जाते समय उनका मुख घर के अंदर की ओर रखें ना की बाहर।
- घर के अंदर की तरफ भगवान की पीठ नहीं होने चाहिए।

विसर्जन से पहले भगवान श्री गणेश जी से दोनों हाथ जोड़ कर प्रार्थना करें, कि हे देव 10 दिनों में जाने अनजाने में हुई गलतियों के लिए क्षमा करें व सभी का मंगल करें।
साथ ही साथ प्रार्थना करें कि आप हमेशा रिद्धि, सिद्धि के साथ हमारे घर में रहें ओर आपके प्रतीकात्मक रूप में सभी संकट और कष्ट दूर हो जाये जिनका विसर्जन कर रहें हैं। सभी प्रसन्न रहें और सबका मंगल हो।

ध्यान रखें कि गणेश जी को जल में प्रवाहित करटे समय फेके नहीं, बल्कि पुरे सम्मान के साथ जल में छोड़ें।