पन्ना। देश के प्रधानमंत्री एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा विकास के लाख दावे किए जा रहे हैं, लेकिन धरातल पर विकास दम तोड़ता नजर आ रहा है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि हमारी सरकार द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को पूरा करने के लिए समाज के अंतिम छोर में बैठे व्यक्ति को भी विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है। मगर दूसरी तरफ अंतिम व्यक्ति तो छोड़िए, पूरे के पूरे गांव मुख्यधारा से कोसों दूर है।

ताजा मामला पन्ना जिले के देवेंद्रनगर तहसील अंतर्गत रतगवां ग्राम का है, जहां ग्राम वासी आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं और आज भी बरसात के दिनों में ग्रामीण बेहाल हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क खराब होने के कारण बरसात के समय घरों में कैद रहकर अपना जीवन यापन करते हैं क्योंकि नाले के पास पुल निर्माण नहीं हुआ है। जिससे बरसात में हम लोगों को आवागमन में परेशानी होती है, इन समस्या पर ना तो कोई अधिकारी कदम उठा रहे और न ही समाजसेवी जनप्रतिनिधि। आजादी के 70 बर्ष बाद भी ग्रामीण कैदी की तरह जीवन यापन कर रहे हैं।